सुपौल। प्रतापगंज प्रखंड कार्यालय सभागार में डीडीसी सुधीर कुमार ने मनरेगा कर्मियों और मुखिया प्रतिनिधियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की। बैठक में मनरेगा कार्यों में होने वाले गिरावटों पर गंभीरता से चर्चा की गई। मुखिया प्रतिनिधियों ने बताया कि कार्य करने से पूर्व सीओ से एनओसी लेना होता है, लेकिन एनओसी सही समय पर उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण कार्य में रुकावटे आती हैं। डीडीसी ने कहा कि ऐसे स्थल का चयन करें जिसमे कोई विवाद नहीं हो। अगर इसके बाद भी किसी भी प्रकार की परेशानी होती है तो हमसे संपर्क करें।
डीडीसी ने मनरेगा के शब्दिक अर्थ बताते हुए कहा कि गढ्ढा खोदना और गढ्ढे को बंद करना ही मनरेगा है। मनरेगा से काम का सृजन होता है। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों को अपने पंचायत में मनरेगा से दो दो काम के लिए इसी सप्ताह में चालू करने को कहा। साथ ही प्रत्येक पंचायत में एक खेल मैदान बनाया जाए, जहां खेल मैदान है, वहां समतल बनाने के साथ घास रोपा जाए। इन छोटे-छोटे काम करने से लोगों में रोजगार का सृजन होगा।
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