सुपौल। शहर के डिग्री कॉलेज के समीप रविवार को राजद कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को जिलाध्यक्ष संतोष सरदार की अध्यक्षता को लेकर धरना दिया। धरना के बाद राष्ट्रपति के नाम तीन सूत्री मांगों का एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। दिये ज्ञापन में कहा गया है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के उप मुख्यमंत्रीत्व काल में पूरे बिहार में जातिगत जनगणना करवाई गयी। जिसके परिणाम स्वरूप राज्य में दलितों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों, शोषित व वंचितों की वास्तिविक स्थिति का आंकड़ा प्राप्त हो सका। इन आंकड़ों के आलोक में आरक्षण का दायरा 65 प्रतिशत तक बढ़ाया गया। बताया कि राष्ट्रीय जनता दल यह मांग करती है कि बिहार के तर्ज पर पूरे देश में जातिगत जनगणना करायी जाय। ताकि भारत के वंचित समाज की स्थिति के वैज्ञानिक आंकड़े पटल पर आ सके। इससे वंचितों के संवैधानिक अधिकार सुरक्षित होंगे एवं आरक्षण पर लगातार हो रहे हमलों पर अंकुश लगेगा।
ज्ञापन में कहा है कि 65 प्रतिशत आरक्षण के दायरे को संविधान की 09वीं सूची में शामिल कराने हेतु केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जाय। ताकि वंचित समाज के लोगों को उनकी संख्या के आधार पर सामाजिक एवं आर्थिक न्याय मिल सके। इसके अलावा जमीन सर्वे में वंशवृक्ष की प्रक्रिया को सरल और सहज बनाते हुए स्वअभिप्रमाणित वंशवृक्ष की मान्यता दी जाय। धरना का संचालन भूपनारायण यादव ने किया। मौके पर पूर्व विधायक यदुवंश कुमार यादव, डॉ विपीन सिंह, दिनेश प्रसाद यादव, प्रो विजय यादव, छाया रानी, सोनी कुमारी, सत्यनारायण मंडल, रामसुंदर मुखिया, रामसागर पासवान, मदन पासवान, रामचंद्र मंडल, विजय यादव, मो मुस्ताक, जियाउद्दीन, शिव नारायण यादव, श्यामल, जलील मस्तान, देव नारायण मंडल, नीतीश मुखिया, विद्याभूषण, देवू पंडित, जलालुद्दीन, जय प्रकाश यादव, बिजली सिंह, दीपक साह, सलिमा खातून, इरफान बिहारी आदि मौजूद थे।
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