सुपौल। उच्च माध्यमिक विद्यालय सुपौल में बुधवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाट सिविल सर्जन डॉ ललन कुमार ठाकुर ने बच्चों को दवाई खिलाकर किया। सीएस डॉ ठाकुर ने बताया कि यदि किसी कारण से 04 सितंबर को बच्चे दवाई नहीं खा पाएं, तो 11 सितंबर को मॉप अप दिवस के दौरान दवाई खिलाई जाएगी। 1-5 वर्ष के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में और 6-19 वर्ष के बच्चों को विद्यालयों में दवाई खिलाई जाएगी। अपंजीकृत और विद्यालय नहीं जाने वाले बच्चों को भी आंगनबाड़ी केंद्रों में दवाई खिलाई जाएगी। बताया गया कि 01 से 19 वर्ष तक के 13 लाख 73 हजार 809 किशोर-किशोरियों को दवा खिलाने का लक्ष्य है। बताया गया कि बच्चों में कृमि नियंत्रण के कई फायदे हैं, जिनमें खून की कमी में सुधार, बेहतर पोषण स्तर, भविष्य में कार्यक्षमता और औसत आय में वृद्धि शामिल है। साथ ही वातावरण में कृमि की संख्या कम होने पर समुदाय को भी लाभ मिलता है और विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में उपस्थिति तथा सीखने की क्षमता में सुधार लाने में मदद मिलती है। इस अवसर पर प्रभारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ ममता कुमारी, जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो मिनतुल्लाह, जिला योजना समन्वयक बाल कृष्ण चौधरी, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक आशा अभिषेक कुमार, पिरामल स्वास्थ्य के प्रोग्राम लीडर विजय कुमार, एसएमसी अनुपमा चौधरी, महेश कुमार मोना, विद्यालय के शिक्षक व बच्चे मौजूद थे।
1-5 वर्ष के बच्चों को आंगनबाड़ी और 6-19 वर्ष के बच्चों को विद्यालयों में खिलाई गयी एल्बेंडाजोल की गोली
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