सुपौल। पिपरा थाना क्षेत्र के पिपरा-सिंहेश्वर पथ में एनएच 106 पर सड़क पार कर रही एक महिला को तेज रफ्तार की बस ने कुचल दिया। जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। घटना स्थल पर महिला के क्षत विक्षत लाश देखकर लोगों के रौंगटे खड़े हो रहे थे। घटना से आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों ने घटना स्थल के समीप मृतका के शव को सड़क रखकर एनएच को घंटों जाम कर आवागमन बाधित कर दिया।
आक्रोशित लोग बस की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। जानकारी अनुसार मृतका अपने पति व पुत्र के साथ एक बस पर सवार होकर सहरसा जा रही थी। इसी बीच उन्हें याद आया कि उसने अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ आयी है। महिला पति व पुत्र को बस में छोड़कर यह कहकर निकली कि वह मोबाइल लेकर तुरंत लौट रही है। थोड़ी देर बस को रूकवा कर रखें। महिला पास में ही अपने घर जाने के लिए सड़क पार कर रही थी। इसी बीच पटना से आ रही एक तेज रफ्तार की बस उसे रौंदते हुए निकल गयी। यह देख पति व पुत्र के होश उड़ गये। पति व पुत्र घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। लेकिन पल भर में ही पुत्र के सिर से मां का साया उठ गया। मृतका के परिजनों ने बताया कि अमहा वार्ड नंबर 06 निवासी संजय पाठक अपनी पत्नी 34 वर्षीया खुशबू देवी व पुत्र मन्नू कुमार के साथ गांव आये थे। जबकि अपनी पुत्री तन्नु को दिल्ली ही छोड़ आये थे। बताया कि संजय अपने पूरे परिवार के साथ दिल्ली में रहते हैं। पिता का स्व जटाधर पाठक की बरखी 29 मार्च को था। पिता के बरसी का क्रियाकर्म संपन्न कर वह पुन: गुरूवार की सुबह दिल्ली जाने के लिए घर से निकला था। तीनों सहरसा में वैशाली एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना होते। गुरुवार की सुबह 4:00 बजे के करीब वह सहरसा जाने वाली देवता रथ बस को रोककर उसमें सामान वगैरह रखकर सपरिवार बैठ भी गया था। एका एक उसकी पत्नी खुशबू देवी को याद आया कि उसका मोबाइल घर पर ही छूट गया है। वह बस को रुकवा कर बस से उतरी और एनएच पार कर अपने घर जाने लगी। घर एनएच की दूसरी तरफ है। तभी पीछे से पटना से आ रही तेज रफ्तार बस खुशबू देवी को कुचलते हुए निकल गई। घटना के बाद गांव वाले भी इकट्ठे हो गए और एनएच 106 को जाम कर दिया।
सूचना पर थाना अध्यक्ष संजय दास पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। अंचल अधिकारी उमा कुमारी भी पहुंची। परिजन और ग्रामीण पटना से सहरसा जाने वाली उस कोच की जानकारी और जब्ती चाह रहे थे। जिसके द्वारा यह घटना घटी थी। अंततः प्रशासन द्वारा घटना को अंजाम देने वाली बस का पता लगाया गया। उस तथाकथित बस पर पिपरा थाने में केस दर्ज करने तथा सरकार के प्रावधान के अनुसार मुआवजा देने के आश्वासन के बाद परिजन माने। प्रशासन द्वारा मृतका खुशबू देवी के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सुपौल भेजा गया।
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