सुपौल। समाहरणालय स्थित लहटन चौधरी सभागार भवन में मंगलवार को डीएलसीसी-डीएलआरसी की बैठक आयोजित की गयी। बैठक की कार्यवाही जिलाधिकारी कौशल कुमार के अध्यक्षता में हुई। बैठक में वरीय उप समाहर्ता बैंकिग सावन एवं महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र मनोज कुमार, जीविका डीपीएम एवं जिले के विभन्न विभागों के पदाधिकारी बैंकों के सभी जिला समन्वयक एवं आरसेटी के निदेशक आदि उपस्थित थे। सभी लोगों का स्वागत अग्रणी बैंक प्रबंधक अमित कुमार ने किया तथा जिलाधिकारी के निर्देश पर कार्यवाही शुरू किया गया। बैठक में बताया गया कि जिले का एसीपी प्रतिशत दिसम्बर 23 त्रैमासिक में 51.77 प्रतिशत है, जो कि पिछले सालों में सबसे अच्छा रहा। जिले का सीडी प्रतिशत 67.98 है, जो राज्य स्तर से ज्यादा है। जिलाधिकारी ने प्रत्येक बैंकों के प्रतिनिधि से एसीपी पर चर्चा की एवं जिन बैंकों का जिला स्तर से नीचे है, उसे ज्यादा से ज्यदा लोन स्वीकृत कर वितरण करने को कहा गया। जिससे एसीपी प्रतिशत को बढ़ाया जा सके। जिलाधिकारी ने वित्तीय वर्ष 2023-2024 में शत-प्रतिशत एसीपी हासिल करने को कहा। वहीं विभिन्न योजना जैसे पीएमईजीपी, डेयरी, मत्स्य पालन, पशुपालन, एसएचजी पर सभी बैंकों में लंबित आवेदनों पर विस्तार से चर्चा की। विभागों को नये आवेदन जेनरेट कर बैंकों को भेजने हेतु निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि एपीवाय, पीएमजेजेबीवाय एवं पीएमएसबीवाय जो कि सामाजिक सुरक्षा स्कीम है, सभी लोग इससे लाभ्वान्वित हों, इस पर कार्य करने को कहा। जिलाधिकारी ने बैंकों को सकारात्मक सोच से काम करने को कहा। आरसेटी के निदेशक ने आरसेटी द्वारा चलाये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का ब्योरा पेश किया। निदेशक ने जिले में आरसेटी द्वारा 100 प्रतिशत से ज्यादा प्रशिक्षण का लक्ष्य पूरा करने की बात कही। समापन हेतु अंत में कार्यवाही का धन्यवाद ज्ञापन अग्रिणी बैंक प्रबंधक अमित कुमार द्वारा दिया गया।
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