सुपौल। फाल्गुन उत्तम मास होली के पावन अवसर पर पूर्णिमा को प्रातः चार बजे चरण पादुका यात्रा साधना स्थल सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर खजुरी से आरंभ हुआ। यात्रा 32 किलोमीटर की दूर तय कर सदर प्रखंड के परसरमा गांव स्थित लक्ष्मीनाथ गोसाईं कुटी पहुंची। जहां उपस्थित ग्रामीणों ने यात्रा में शामिल लोगों का जोरदार स्वागत किया। मुख्य पुजारी दिनेश बाबा ने साधक को होली के पावन अवसर पर मिथिला के परंपरा अनुसार पाग पहनाकर स्वागत किया। पुजारी बाबा ने कहा आप होली में पहली बार चरण पादुका यात्रा कर आए हैं। बाबा को चढ़ाया हुआ पाग से आपको सम्मानित किया जाएगा। सेवक प्रभाकर ने कहा मैं तो निमित्त मात्र हूं कराने वाले तो साक्षात गोसाईं जी हैं। कहा कि गोसाईं जी के दरबार में दूर-दूर से भक्तजन आकर अबीर और गुलाब चढ़ा रहे हैं। झूम झूम कर होली के गीत गा रहे हैं। गोसाईं जी के महिमा को जो जानते हैं वो सेवक सदैव मस्त रहते हैं। उनसे दुःख चिंता कोसों दूर रहता है। कहा कि जकर नाथ लक्ष्मीनाथ ओ अनाथ कुना होयत।।। कहा कि अनाथों के नाथ हैं लक्ष्मीनाथ गोसाई हैं। चरण पाय किन्हो नहीं तीरथ परहित ना ही सरेरे, चरन पाकर तीरथ नहीं किये तो जीवन बेकार है। यात्रा को सफल बनाने में जयभद्र मिश्र, राजनंदिनी, मुसकी, सुभद्र मिश्र, ललिता देवी, लाल सिंह त्यागी, दैत गुरु पंकज ओझा, बम-बम, अनुज खजुरी से राघव चैनपूर, बैजू बिंन्दूला देवी पररी, पुजारी बाबा दिनेश ओझा, नथुनी कामत, मंतोष कुमार, बिट्टू कुमार, वीरेंद्र कुमार झा, डॉ रंजीत मिश्रा, उदय मिश्र, विशाल खेतान, सुजय सिन्हा आदि मौजूद थे।
32 किलोमीटर की दूरी तय कर लक्ष्मीनाथ गोसाईं कुटी पुलिस चरण पादुका यात्रा
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं