सुपौल। सुपौल नदी थाना में पदस्थापित एएसआई मो शहाबुद्दीन पर गंभीर आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने रविवार को दो घंटे तक थाने का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि शराब बरामदगी मामले में नामजद अभियुक्त को एएसआई गिरफ्तार करने शनिवार की देर रात पुलिस बल के साथ बरहाड़ा गांव निवासी रंजीत कामत के घर पहुंचे थे। घर पर अभियुक्त नहीं मिला तो एएसआई ने अभियुक्त के पिता लक्ष्मण कामत को ही पकड़ कर पुलिस गाड़ी में जबरन बैठा लिए। इसके बाद थाना ले जाने के दौरान रास्ते में गाड़ी से उतार कर अभियुक्त के पिता की लाठी-डंडे से जमकर पिटाई कर दी। इतना ही नहीं पुलिस की पिटाई से जख्मी को बेहोशी की हालत में उन्हें सड़क किनारे छोड़ कर एएसआई लौट गए। परिजनों के द्वारा सड़क किनारे से बेहोशी अवस्था में उठाकर जख्मी को अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली पहुंचाया गया। जहां उनका इलाज करवाया गया। वहीं पुलिसिया बर्बरता की सूचना जंगल की आग की तरह गांव और आसपास के इलाके में फैलते ही ग्रामीणों की भीड़ थाने के पास जुट गई और थाने का घेराव कर रहे आक्रोशित लोग एएसआई को तुरंत निलंबित करने की मांग करने लगे। ग्रामीणों के आक्रोश के बीच थाने के घेराव की सूचना पर निर्मली एसडीपीओ राजू रंजन कुमार भी दल बल के साथ वहां पहुंचे। इस बीच पुलिस पदाधिकारी के द्वारा ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया कि जांचोपरांत एएसआई के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मामला शांत हुआ। मालूम हो कि विगत 05 मई को नदी थाना में रंजीत कामत के खिलाफ उसके घर से 17 बोतल नेपाल निर्मित शराब बरामदगी के बाद मामला दर्ज किया गया था। केस दर्ज होने के बाद से वह लगातार पिछले 08 माह से फरार चल रहा था। इसी मामले में शनिवार की रात गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम पहुंची थी।
शराब बरामदगी मामले में तस्कर को गिरफ्तार करने गयी पुलिस, नहीं मिला तो पिता को पकड़ कर रास्ते में ले जाकर कर दी गंभीर रूप से पिटाई, विरोध में ग्रामीणों ने थाना का किया घेराव
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