सुपौल। छातापुर प्रखंड क्षेत्र में प्रवाहित रानीपट्टी वितरणी नहर रविवार की रात अचानक टूट गया। इसके कारण इलाके के सैकडों एकड़ खेत में लगा गेहूं व मकई का फसल जलमग्न हो गया। लोगों ने बताया कि विभागीय लापरवाही के कारण नहर टूटने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। पीड़ित किसानों ने सोमवार की सुबह सिंचाई प्रमंडल वीरपुर के अभियंताओं को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद आनन फानन में बलुआ मेन कैनाल के पास पानी को बंद कर दिया गया। लेकिन तब तक सैकड़ों एकड़ में पानी फैल गया। फसल को नुकसान पहुंचने से किसान चिंतित हो गए हैं।
जानकारी अनुसार नहर में 27 एवं 28 आरडी के बीच उधमपुर गांव के समीप नहर टूटा है। टूटान स्थल के समीप नहर के अंदर डायवर्सन बना हुआ है। जहां पानी का बहाव निर्बाध रूप से नहीं हो रहा था। कुछ दिनों पूर्व अत्यधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण डायवर्सन के समीप पानी का दबाव बढा और नहर टूट गया। नहर पर बने पुलिया क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण लोगों के आर पार होने के लिए चार वर्ष पूर्व यह डायवर्सन बनाया गया था। उक्त स्थल पर नये पुलिया का निर्माण बहुत पहले हो चुका है। लेकिन डायवर्सन को हटाने में विभागीय अभियन्ताओं ने उदासीनता दिखाई। फलाफल नहर टूटने से इलाके के किसान भारी नुकसान उठाने को मजबूर हो गये। सिंचाई प्रमंडल वीरपुर के कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार ने बताया कि सूचना के तत्काल बाद नहर में पानी बंद कर दिया गया है। मंगलवार सुबह मरम्मति का कार्य कराया जाएगा। नहर के अंदर से डायवर्सन हटाने के लिए अभियंताओं को निर्देशित कर रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं