सुपौल। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग के द्वारा बुनियादी केंद्र सुपौल में शुक्रवार को तीन दिवसीय नि:शुल्क कृत्रिम अंग उपकरण प्रदान करने हेतु शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में चार सदस्यीय विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ ठाकुर प्रसाद, डॉ चंदन कुमार, डॉ अजय कुमार झा और डॉ रचना रानी मौजूद थी। चिकित्सकों द्वारा शिविर में आये दिव्यांगजनों की जांच कर उच्च तकनीकी योग्य आधुनिक केलिपर्स, कृत्रिम अंग दिव्यांगों को चिह्नित कर प्रदान किया गया। जहां 10 सदस्यीय तकनीकि विशेषज्ञों के साथ शिविर स्थल पर ही उपकरण बनाने हेतु समस्त संसाधन, मशीनरी, कच्चा माल उपलब्ध था। उक्त शिविर में सभी सुविधाएं टेलिम्को द्वारा प्रदान किया जा रहा था। शिविर के पहले दिन 30 लोगों के बीच कृत्रिम अंग का वितरण किया गया।
दिव्यांगजन सह सशक्तिकरण कोषांग के सहायक निदेशक आलोक कुमार भारती ने बताया कि जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग की ओर से आयोजित यह शिविर 22 से 30 दिसंबर तक सभी अनुमंडल मुख्यालय स्थित बुनियाद केंद्र में शिविर लगाया जायेगा। शिविर में कोई भी दिव्यांग शामिल होकर कृत्रिम अंग प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए दिव्यांगों को यूडीआईडी कार्ड, आधार, बीपीएल प्रपत्र या आय प्रमाण पत्र और दो रंगीन फोटो लेकर आना होगा। बताया जा रहा है कि शिविर में कृतिम अंग प्रदान करने के लिए भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से एसआर ट्रस्ट को प्राधिकृत किया गया है, जो शिविर स्थल पर दिव्यांगों को चिन्हित कर उच्च तकनीकी युक्त आधुनिक केलिपर्स या कृत्रिम अंग वितरण कर रहे हैं। शिविर में शामिल होने के बाद दिव्यांगों की जांच की गयी।
कोई टिप्पणी नहीं