सुपौल। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर उदघाटन को लेकर जहां पूरे देश में हर्ष का माहौल है, वहीं लोग अपने स्तर से इस पल का गवाह बनकर इसे अविस्मरणीय बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहे। इसी कड़ी में सिमराही निवासी संत अमरजीत ने भी इस ऐतिहासिक लम्हे को और भी यादगार बनाने के लिए प्रण लिया कि वे अकेले पैदल मार्ग से श्रीधाम अयोध्या जाकर भगवान श्रीराम के मंदिर उदघाटन समारोह का हिस्सा बनेंगे। हालांकि संत अमरजीत के इस फैसले को शुरुआत में लोगों ने असंभव बताते हुए उन्हें वाहन से अयोध्या जाने का सलाह दिया, लेकिन उनके अटल फैसले को देख समाज के लोग भी नतमस्तक हो गए और बाद में सबने उनके फैसले का सम्मान किया। इस यात्रा का शुभारंभ शुक्रवार को सिमराही से किया गया, जहां सिमराही बाजार स्थित बजरंगबली मंदिर के प्रांगण से संत अमरजीत ने बाबा बजरंगबली का आशीर्वाद लेकर अपना यात्रा प्रारंभ किया। वहीं यात्रा के पूर्व सुबह से ही नगर क्षेत्र के लोग मंदिर परिसर में जमा हो गए थे। जिसके बाद करीब साढ़े नौ बजे सुबह संत अमरजीत का आगमन हुआ। जिसके बाद क्षेत्र के लोगों ने उन्हें फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया, जिसमें पुरुष महिलाएं सभी शामिल रहे। वहीं इस दौरान जय श्री राम और बाबा बजरंगबली के नारों से पूरा परिसर गुंजायमान हो उठा। जिसके बाद मंदिर के पुजारी द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संत अमरजीत के इस ऐतिहासिक यात्रा का शुभारंभ करवाया गया। जिसके बाद उन्होंने लोगों से विदा लेकर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान कर गए। हालांकि सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुष व बच्चों ने उनके साथ काफी दूर तक यात्रा कर उनका मनोबल बढ़ाया। इस दौरान संत अमरजीत ने बताया कि भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर कई सौ सालों से लोग प्रयत्नशील थे और वह सपना अब पूरा होने जा रहा है। साथ ही इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए पूरे देशभर के लोग इच्छुक हैं और उन्होंने भी प्रण लिया है कि वे पदयात्रा करते हुए इस 562 किलोमीटर की यात्रा को भगवान श्रीराम के आशीर्वाद से पूर्ण कर 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह का हिस्सा बन सके।
राघोपुर : भगवान श्रीराम के मंदिर उद्घाटन समारोह का हिस्सा बनेंगे सिमराही निवासी संत अमरजीत
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