सुपौल। बिहार स्टेट बार काउंसिल पटना के चुनाव को लेकर बुधवार को सुपौल के जिला विधिज्ञ संघ परिसर में मतदान कराया गया। इसमें निर्धारित 398 अधिवक्ताओं में 366 अधिवक्ताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान बैलेट पेपर पर पीठासीन पदाधिकारी का हस्ताक्षर नहीं किए जाने पर कुछ अधिवक्ताओं में संशय दिखा। हालांकि पटना से आये पीठासीन पदाधिकारी अरविंद उज्जवल ने बताया कि मत पत्र पर हस्ताक्षर करने का कोई आदेश नहीं है। उन्होनें बताया कि बिहार स्टेट बार काउंसिल पटना के 25 पदों के लिए चुनाव हो रहा है जिसमें 157 उम्मीदवार मैदान में है। एक मतपेटी और दो झोला में मत पत्र भेजा जा रहा है। हालांकि झोला में मतपत्र ले जाने को लेकर भी अधिवक्ताओं में अविश्वास का माहौल था। कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं का मतदाता सूची से नाम नहीं होने पर भी आक्रोश जताया। अधिवक्ता मदन कुमार चौधरी का कहना था कि मेरा नाम मतदाता सूची से गायब है। अन्य कई नियमित अधिवक्ताओं का नाम मतदाता सूची से गायब पाया गया है। इस बार मतदाता सूची से जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष शिव प्रसाद साहू, वरीय अधिवक्ता सह लोक अभियोजक जयनारायण पाण्डेय, राम प्रसाद मेहता प्रभात, चंदेश्वरी मेहता, दिगंबर चौधरी, बलराम यादव, विनोद कांत झा सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं का नाम सूची से गायब है।
बिहार स्टेट बार काउंसिल के 25 पदों के लिए हुआ मतदान
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