Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Breaking News

latest

हत्या के एक आरोपी को सुनाई गयी आजीवन कारावास की सजा व 10 हजार रूपये अर्थदंड

सुपौल। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम निशिकांत ठाकुर की अदालत ने बुधवार को हत्या के एक मामले में एक अरोपी को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनायी। राघोपुर थाना अन्तर्गत ग्राम नरहा वार्ड नंबर 15 मंडल टोला में एनएच 106 पर घटित हत्या के मामले में राघोपुर थाना कांड संख्या 117/21 दर्ज कर चंदन कुमार मंडल को आरोपी बनाया गया था। उक्त मामले में कोर्ट ने आरोपी को दोषी करार देते हुए भादवि की धारा 302 के तहत आजीवन कारावास एवं 10 हजार रूपये अर्थदंड की सजा सुनायी। अर्थदण्ड की राशि का भुगतान नहीं करने पर दोषी को छह माह का अतिरिक्त साधारण कारावास भुगतनी होगी। पूर्व में कारा में बिताई गई अवधी दी गई सजा में समायोजित की जाएगी। मामले में अभियोजन की ओर से अपर लोक अभियोजक कमल नारायण यादव के द्वारा सफल विचारण कराया गया। जबकि पुलिस अधीक्षक शैशव यादव के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में अभियोजन कोषांग के द्वारा उक्तवाद का त्वरित विचारण कराकर कुल 05 साक्षियों की गवाही करायी गयी। बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता विनोद कांत झा तथा मोहासीम ने बहस में भाग लिया।
    इस मामले में सूचक अजय कुमार फिंग्लास वार्ड 09 थाना राघोपुर के लिखित आवेदन के आधार पर राघोपुर थाना कांड संख्या 117/ 21 दर्ज किया गया था। दर्ज प्राथमिकी में सूचक के द्वारा आरोप लगाया गया था कि 19 अप्रैल 2021 को करीब 05:00 बजे शाम में सिमराही बाजार से सूचक तथा उनके भाई जितेन्द कुमार दोनों अलग अलग बाइक पर सवार होकर घर वापस लौट रहे थे। घर वापस लौटने के क्रम में जैसे ही नरहा वार्ड नंबर 05 मंडन टोला स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग 106 पर पहुंचे तो उनके भाई जितेन्द्र कुमार का बाइक चन्दन कुमार मंडल ने रोक लिया तथा कहा कि 05 सौ रुपये निकालो दारू पिएंगे। तब जाने देंगे, नहीं तो बाइक छीन लेंगे। इस बात पर दोनों में बाता-बाती होने लगी। इसी बीच चन्दन कुमार मंडल ने जान मारने की नीयत से सूचक के भाई जितेन्द्र कुमार के सिर पर अपने हाथ में लिए फरसा से दो बार वार कर दिया। जिससे उनके भाई के सिर से खून का फव्वारा निकलने लगा और उनका भाई जमीन पर गिर गया। जिसे स्थानीय लोगों के मदद से सिमराही अस्पताल ले गए। जहां प्राथमिक उपचार बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज हेतु चिकित्सक द्वारा रेफर कर दिया गया। उन्हें बेहतर इलाज हेतु विराटनगर (नेपाल) स्थित विराट नर्सिंग होम ले जाया गया। जहां इलाज के क्रम में 13 मई को उनकी मौत हो गयी।



कोई टिप्पणी नहीं