- कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों को सही पोषाहार देना जरूरी : डीपीओ
- 6 माह बाद स्तनपान के साथ शिशु को दें ऊपरी आहार
- महिलाओं को दी गई अनुपूरक आहार सम्बधी जानकारी
6 माह बाद स्तनपान के साथ शिशु को दें ऊपरी आहार
सीडीपीओ फलका पामेला टुडू ने कहा कि 6 माह बाद स्तनपान के साथ-साथ शिशु को अनुपूरक आहार भी दिया जाना चाहिए। स्तनपान के अतिरिक्त दिन में 5 से 6 बार शिशु को सुपाच्य खाना देना चाहिए। शिशु को मल्टिंग आहार (अंकुरित साबुत अनाज या दाल को सुखाने के बाद पीसकर) दें, क्योंकि माल्टिंग से तैयार आहार से शिशुओं को अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है। न खाने की स्थिति में भी थोड़ी-थोड़ी ऊपरी आहार शिशु को दिन में कई बार देते रहना चाहिए जिससे कि उसे खाने की आदत लग सके।
महिलाओं को दी गई अनुपूरक आहार की जानकारी
केन्द्र में उपस्थित महिलाओं को शिशुओं के लिए 6 माह के बाद के ऊपरी आहार की जरूरत के विषय में भी जानकारी दी गयी। राष्ट्रीय पोषण अभियान के जिला समन्यवक अनमोल गुप्ता ने बताया कि 6 माह से 9 माह के शिशु को दिन भर में 200 ग्राम सुपाच्य मसला हुआ खाना, 9 से 12 माह में 300 ग्राम मसला हुआ ठोस खाना, 12 से 24 माह में 500 ग्राम तक खाना खिलाया जाना चाहिए। इसके अलावा अभिभावकों को बच्चों के दैनिक आहार में हरी पत्तीदार सब्जी और पीले नारंगी फल को शामिल करना चाहिए। इससे शिशुओं में कुपोषण की सम्भावना नहीं होगी और वह स्वास्थ्य रह सकेंगे।
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