- छातापुर थाना परिसर में स्थानीय लोगों के साथ शांति समिति की बैठक का हुआ आयोजन
- एसडीएम बोले- सोशल मीडिया व हुड़दंगियों पर रहेगी प्रशासन की विशेष नजर, पुलिस के साथ दंडाधिकारी रहेंगे तैनात
बैठक को संबोधित करते एसडीएम व अन्य।
सुपौल । आगामी दुर्गा पूजनोत्सव को सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने को ले छातापुर थाना परिसर में शुक्रवार को स्थानीय लोगों के साथ शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। आहूत बैठक की अध्यक्षता त्रिवेणीगंज एसडीएम एस जेड हसन ने की। थानाध्यक्ष अभिषेक अंजन के संचालन में आयोजित बैठक में क्षेत्र में शांति व सौहार्द के साथ दुर्गा पूजा संपन्न कराने को लेकर विचार विमर्श किया गया। बैठक में स्थानीय लोगों ने पूजा के दौरान उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों से साझा की। वहीं अधिकारियों ने भी प्रशासनिक तैयारियों से लोगों को अवगत कराया। मौके पर एसडीएम श्री हसन कहा कि क्षेत्र में 12 स्थानों पर पूजनोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। प्रशासनिक स्तर से दंडाधिकारियों के साथ पुलिस की प्रतिनियुक्ति होनी है। अनुमति प्राप्त आयोजन स्थल पर महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग द्वार बनाए जाएंगे। इसके अलावा आयोजन स्थल के पूजा पंडाल में सीसीटीवी कैमरा लगाना अनिवार्य होगा जिसकी व्यवस्था आयोजकों द्वारा की जाएगी। अन्य संवेदनशील स्थानों अथवा सार्वजनिक चौराहों पर प्रशासनिक स्तर से कैमरे लगाए जाएंगे। सोशल मीडिया पर विशेष नजर रखी जाएगी और डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि वे डीजे संचालक के साथ बैठक करें और 107 की कार्रवाई के लिए मेरे पास प्रस्ताव भेजें। कहा कि असामाजिक तत्वों का प्रस्ताव हमारे समक्ष रखा गया है, इसके अलावे यदि अन्य भी हैं तो हमारे पास प्रस्ताव भेजें, हम कार्रवाई करेंगे। शराब के सेवन करने वाले, बाइक पर ट्रिपल लोडिंग अथवा हुड़दंगियों पर प्रशासन की विशेष नजर रहेगी। प्रशासनिक स्तर से फ्लैग मार्च भी किया जाएगा। कहा कि प्रशासन हर हाल में शांति व सौहार्दपूर्ण वातावरण में दुर्गा पूजा संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है। विसर्जन जुलूस तय रुट से समय पर निकलेगा। श्री हसन ने कहा कि इस बार आर्केस्ट्रा के आयोजन की अनुमति नहीं दी जाएगी या फिर अश्लील गाना बजाने पर संबंधितों के विरुद्ध कार्रवाई होनी तय है। बैठक में सीओ उपेंद्र कुमार, पीएचसी प्रभारी डॉ शंकर कुमार सहित पंचायत प्रतिनिधि, पुलिस कर्मी व स्थानीय लोग मौजूद थे।
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