- जिले में आज मनाया जाएगा आयुष्मान भारत दिवस
- गांव-गांव जाकर टीमें देंगी दस्तक
सहरसा। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य के चार साल पूरे होने के अवसर पर आयुष्मान भारत दिवस का आयोजन 23 सितंबर को किया जा रहा है। बता दें जिले में 15 से 30 सितंबर तक 'आयुष्मान पखवाड़ा' मनाया जा रहा है । इस दौरान जिले के सभी प्रखंड में कैंप लगाते हुए आयुष्मान कार्ड बनाने का काम किया जा रहा है।
आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है।
आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक, हेन्ड्री टर्नर ने बताया कि सिविल सर्जन सहरसा के द्वारा नेशनल हेल्थ ऑथोरिटी भारत सरकार तथा बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के आदेश के आलोक में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों ,सदर अस्पताल, सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों को आयुष्मान भारत दिवस मनाने एवं योजना का प्रचार-प्रसार हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है।
गांव-गांव जाकर टीमें देंगी दस्तक।
आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक, हेन्ड्री टर्नर ने कहा कि 15 सितंबर से जिले के सभी प्रखंड में आयुष्मान पखवाड़ा आयोजित हो रहा है। यह अभियान आगामी 30 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव में दस्तक दे रही और कैंप आयोजित कर रही है । जो लाभुक हैं, उनका वहीं पर आयुष्मान कार्ड भी बनाया जा रहा है । जिले के प्रत्येक गांव में पंचायत भवन, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, आंगनबाड़ी केंद्र ,स्कूल जैसे सार्वजनिक स्थलों पर कैंप आयोजित किया जाएगा। जिससे अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके। कैंप के पहले आशा कार्यकर्ता द्वारा कैंप स्थल की सूचना ग्रामीणों को दी जाएगी। आशा द्वारा गांवों एवं वॉर्ड के चिह्नित परिवारों को कैंप स्थल की जानकारी दी जाएगी। कार्ड बनवाने के लिए प्रधानमंत्री दारा निर्गत लाभुकों के नाम पत्र अथवा राशन कार्ड की आवश्यकता होती है । जिसमें आधार कार्ड के माध्यम से अपने नाम की जांच करा कर आयुष्मान कार्ड बनाया जा सकता है।
सरकारी अस्पतालों के साथ सम्बद्ध निजी अस्पतालों में भी होगा इलाज।
आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक, हेन्ड्री टर्नर ने बताया कि अभियान की सफलता के लिए जिले स्तर पर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। निर्देश दिया गया है कि आमजन से जुड़ी इस योजना की जानकारी लोगों तक पहुंचे, इसका विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए बैनर, सोशल मीडिया, पंपलेट आदि के जरिए जानकारी भी दी जाए। इस योजना के तहत लाभार्थी प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकता है।
इलाज सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ आयुष्मान भारत योजना से संबद्ध निजी अस्पताल में भी कराया जा सकता है। आयुष्मान कार्ड बनवाने का कोई शुल्क नहीं लगना है ,यह पूरी तरह से मुफ्त है।
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