Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Breaking News

latest

किशनपुर: पंसस की बैठक में गरमाया अंचल में व्याप्त भ्रष्टाचार का मुद्दा, सदस्यों का आरोप सभी कार्य के लिए राशि कर दी गई है फिक्स्ड

पंसस की बैठक में मौजूद उप प्रमुख बीडीओ सहित अन्य।

किशनपुर (सुपौल)। प्रखंड के टीसीपी भवन में बुधवार को पंचायत समिति की बैठक उप प्रमुख शमा परवीन के अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में शिक्षा, कृषि एवं बाढ़ को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। बैठक में बाढ़ के दौरान कोसी तटबंध के अंदर बसे लोगों को सरकारी स्तर पर किसी प्रकार की सुविधा नहीं प्रदान करने को लेकर सदस्यों ने अंचलाधिकारी के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए अविलंब कोसी पीड़ितों को सरकारी सहायता प्रदान करने की बात कही। वहीं दूसरी ओर सदस्यों ने अंचल में प्राप्त म्यूटेशन एवं अन्य कार्यों को लेकर राजस्व कर्मचारी सहित अन्य के द्वारा ली जा रही नाजायज रकम का मामला जोर शोर से उठाया। सदस्यों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि अंचल में सभी कार्य के लिए रेट फिक्स कर दिया गया है । यहाँ तक कि सीओ के लॉग-इन  में भी कई दिनों तक आवेदन पेंडिंग पड़ा रहता है। जो लोग मुलाकात करते हैं उनका काम हो जाता है, बाकी पेंडिंग पड़ा रहता है जिसे कोई देखने वाला नहीं है। 

सदस्यों ने अभिलंब अंचल में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की मांग की। वहीं कई सदस्यों ने कहा कि बाढ़ के दौरान नाव का परिचालन करा लिया गया और अब तक नाव मालिकों को लॉक-बुक एवं परवाना भी नहीं दिया जा रहा है। सदस्यों ने शीघ्रता शीघ्र सभी नाव मालिकों को लॉग बुक एवं परवाना देने की मांग की। वही शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान समिति सदस्य अमर कुमार भारती ने कहा कि फुलवरिया में एक भी स्कूल मैं पठन-पाठन का कार्य सुचारू ढंग से नहीं किया जा रहा है। एक तो स्कूल में बच्चे नहीं है जो बच्चे आते भी हैं वह भी खेलने में लगे रहते हैं और शिक्षक नींद लेते हैं । 

 वही समिति सदस्य दिलीप कुमार यादव ने कहा कि मध्य विद्यालय सुहागपुर में शिक्षकों की कमी की बात जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के समक्ष रखी गई तो उन्होंने समिति सदस्य को ही स्कूल में टीचिंग देने की नसीहत दे दी । जहां समिति सदस्य ने इस मामले को सदन में गंभीरता से उठाते हुए कहा कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का जनप्रतिनिधियों के साथ इस तरह का बर्ताव उनके अनुभवहीनता को दर्शाता है। उन्होंने आगे से कोई भी बात सोच समझकर बोलने की नसीहत दी। 

वहीं कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान डीजल अनुदान को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। मामले में सदस्यों का जवाब देते हुए प्रखंड कृषि पदाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा ने कहा कि डीजल अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा प्रदान की गई है। 10 लीटर डीजल खपत करने वाले किसानों को ₹750 का लाभ दिया जाना है । 

इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी राजकुमार चौधरी, सीओ रविकांत, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रभा कुमारी, समिति सदस्य सुनीता कुमारी, विजय कुमार, रामचंद्र मंडल, अशोक मंडल, शैलेंद्र कुमार, हीरा देवी, मुखिया दशरथ शाह, मनोज शाह, राजकुमार शाह, देबू पासवान, बीएसओ अंजनी कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर मनीष कुमार, जीपीएस बिंदेश्वर ठाकुर, बीपीएम चंदन कुमार सहित काफी संख्या में सदस्य एवं पदाधिकारीगण मौजूद थे।


कोई टिप्पणी नहीं