- छातापुर बीईओ राम नारायण मेहता व शिक्षक संजय कुमार सिंह के बीच मोबाईल पर हुई वार्ता से विभाग की हुई किरकिरी
सुपौल । छातापुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर एक बार फिर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। अपने कार्यकलाप को लेकर चर्चित रहे बीईओ छातापुर राम नारायण मेहता की कार्यशैली सुर्खियों में रही है। हाल के महीने में ही उनके और शिक्षक संजय कुमार सिंह के बीच मोबाईल पर हुई वार्ता को ले विभाग की काफी किरकिरी हुई थी। तब डीईओ सुपौल ने पूछने पर जांच टीम गठित कर कार्रवाई की बात कही थी। लेकिन ये शिक्षा विभाग है। यहां की सीढ़ियों पर भी कदम रखने के मोल हैं। सो दोनों की बातचीत के अंश काफी सुर्खियों में आने के बाद भी विभाग चैन की नींद सोया रहा। मामले में परिवार दायर होने के बाद क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक कोसी प्रमंडल सहरसा ने निदेशक (प्रा शि) शिक्षा विभाग पटना को पत्र भेज बीईओ छातापुर राम नारायण मेहता के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की है। जिला शिक्षा पदाधिकारी सुपौल के ज्ञापांक-537(उच्च) के वर्णित तथ्यों को आधार बनाते हुए क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने आरोपित बिंदुओं के आलोक में कार्रवाई की अनुशंसा की है। यहां यह बता दें कि 30 अगस्त 2022 को सुपौल निवासी अनिल कुमार सिंह ने परिवाद दायर कर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी सुपौल से वर्णित आरोप पर कृत कार्रवाई संबंधी प्रतिवेदन की मांग की गई थी। समर्पित प्रतिवेदन में डीईओ सुपौल ने बीईओ श्री मेहता के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की, तत्पश्चात क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक के स्तर से उक्त कार्रवाई हेतु निदेशक से पत्राचार किया गया है।
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