Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Breaking News

latest

पूर्णिया पूर्व प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में सीडीपीओ गुंजन मौली के नेतृत्व में स्वच्छता एवं पोषण से संबंधित किया गया जागरूक

  • पूर्णिया ग्रामीण क्षेत्रों के आंगनबाड़ी केंद्रों में टीएचआर वितरित
  • एप के माध्यम से कुपोषण से संबंधित मामलों को सूचीबद्ध करना हुआ आसान: डीपीओ 

पूर्णिया। राष्ट्रीय पोषण माह मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य बच्‍चों के स्‍वास्‍थ्‍य की रक्षा एवं उचित पोषण के महत्त्व के विषय में जन जागरूकता पैदा करना है। आज के स्वस्थ बच्चे कल का स्वस्थ भारत है। इनके बेहतर स्वास्थ्य का देश के विकास, उत्पादकता तथा आर्थिक उन्नति पर स्पष्ट प्रभाव पड़ता है। डीपीओ राखी कुमारी के दिशा-निर्देश के आलोक में पूर्णिया पूर्व प्रखंड के बेलौरी पंचायत अंतर्गत गोदी टोला में सीडीपीओ गुंजन मौली के नेतृत्व में सभी महिला पर्यवेक्षिका एवं आंगनबाड़ी केंद्रों की सहायिकाओं द्वारा पोषण से संबंधित छः तरह से हाथों की सफाई, रंगोली बनाकर जागरूक किया गया, स्वच्छता रैली, गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण, आयरन की गोली खाने एवं स्वच्छ रहने को लेकर जागरूक किया गया।



 एप के माध्यम से कुपोषण से संबंधित मामलों को सूचीबद्ध करना हुआ आसान: डीपीओं 

आईसीडीएस की डीपीओ  राखी कुमारी ने बताया कि जिले में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर एप्प के माध्यम से बहुत कुछ आसान हो गया है। इसमें कोई किसी को बरगला नहीं सकता है।नियत समय पर हम सभी को पहुंचना जरूरी हो गया है। ऐसा नहीं करने वाले अधिकारी एवं कर्मी ख़ुद पकड़ में आ जाते हैं । आंगन एप्प एवं पोषण ट्रैकर एप्प के माध्यम से केंद्र खुलने के समय से लेकर केंद्र पर नामांकित बच्चे, उपस्थिति पंजी, टीएचआर का वितरण, बच्चों की ग्रोथ मॉनिटरिंग की प्रकिया बेहद आसान हो गई है। एप के माध्यम से कुपोषण से संबंधित मामलों को सूचीबद्ध करना आसान हो गया हैं। इतना ही नहीं एप पर किए गए कार्य के अनुसार ही सेविकाओं को उनके मानदेय का भुगतान किया जाता है। एप्लीकेशन के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती व धात्री महिलाओं के साथ-साथ छह साल तक के बच्चों को उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं की सतत निगरानी आसान हो गई है।



पूर्णिया ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में टीएचआर वितरित: सीडीपीओ

पूर्णिया पूर्व ग्रामीण की सीडीपीओ गुंजन मौली ने बताया कि सुबह से लगातार तेज बारिश होने के बावजूद क्षेत्र के सभी 243 आंगनबाड़ी केंद्रों पर समेकित बाल विकास परियोजना के तहत टेक होम राशन (टीएचआर) का वितरण गर्भवती, धात्री महिला एवं नामांकित कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों के बीच किया गया। टेक होम राशन (टीएचआर) में तीन किलो चावल, डेढ़ किलो दाल व 450 ग्राम सोयाबीन का वितरण किया गया। केंद्र में नामांकित कुपोषित बच्चों के बीच ढाई किलो चावल, सवा किलो दाल, 500 ग्राम सोयाबीन का वितरण किया गया।



 अत्यधिक बारिश होने के बावजूद टीएचआर का किया गया वितरण: मनीषा

पूर्णिया पूर्व ग्रामीण क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिका मनीषा कुमारी ने बताया कि अत्यधिक बारिश होने के कारण हमलोगों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाने में बहुत ज्यादा परेशानी तो हुई है लेकिन विभिन्न केंद्रों पर सेविका एवं पढ़ने वाले बच्चे राशन के लिए इंतज़ार कर रहे थे। जिस कारण पहुंचना जरूरी था। आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा पोषण ट्रैकर के माध्यम से नामांकित बच्चों का नाम पंजीयन करना पड़ता है। पंजीकरण सत्यापित होने के बाद ही राशन का वितरण किया जाता है। हालांकि जब तक आधार कार्ड से नामांकित बच्चों का मिलान नही होता है तब तक टीएचआर वितरण पर रोक रहती है।

कोई टिप्पणी नहीं