पटना । लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करना हमारा संवैधानिक अधिकार है परंतु सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाना गलत है। उक्त बातें राष्ट्रवादी यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भाई सुधाकर ने युवाओं द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य के वर्तमान हालात पर कहा।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि पता नहीं सरकार कैसे कोई कानून ले आती है। बिना
धरातल पर उसका निरीक्षण किए जब भी देश में कोई कानून लाया जाता है तब तब आम लोगों को
आंदोलन करने पर मजबूर होना होता है। जैसा कि जब जीएसटी कानून लाया गया उस समय भी व्यवसायी
परेशान थे। फिर नोटबंदी किया गया जिसके कारण पूरा देश परेशान हो गया। जिस घर में
बेटी की शादी होनी थी या घर में किसी की अर्थी उठती थी, कैसी जटिल समस्याओं के साथ
भारत के लोगों को परेशान किया गया। वही हाल कृषि कानून का भी रहा जिसके कारण पूरे
भारत के किसान महीनों सड़क पर इस कानून के विरोध में संघर्ष करते रहे। इसमें कई
किसानों की जाने चली गई।
अब वर्तमान में अग्निपथ कानून से बिहार समेत भारत के विभिन्न राज्यों में युवा
सड़क पर इस कानून के विरोध में खड़े हैं और पुलिस का डंडा खा रहे हैं। सबसे अहम बात
यह है कि क्या सरकार कोई कानून बनाने से पहले उनके आवश्यक पहलूओं पर विचार करें
बिना हिटलर शाही वाला फरमान जारी कर देती है जिससे देश में आम नागरिक मजबूर और
परेशान हो जाते हैं। इनकी परेशानी कोई सुनने वाला कोई नहीं है। सरकार अपने सरकार
होने के अहंकार में चूर है। वह यह भूल गई हैं कि इसी जनता ने उन्हें सत्ता सौंपी है।
वह दिन दूर नहीं जब यही शोषित लोग सरकार को उखाड़ फेंकने में कतई देरी नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी युथ कांग्रेस बिहार लोकतांत्रिक तरीके से हो रहे
आंदोलन में बिहार के हर युवाओं के साथ खड़ी है। बैठक में आरजेडी समेत सभी विपक्षी
पार्टियां के नेता मौजूद रहे।
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