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सनातन काल से ही शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए किया जा रहा योग: बबीता

सुपौल टाइम्स प्रतिनिधि

सरायगढ़ (सुपौल)। बिहारी गुरुमैयता उच्च माध्यमिक विद्यालय भपटियाही में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर टॉप 100 वूमन एचिवर्स ऑफ इंडिया से सम्मानित शिक्षिका बबीता कुमारी ने छात्र -छात्राओं को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र एवं योग मंत्र के साथ की। उन्होंने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सनातन काल से ही भारत में शारीरिक मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए योग किया जा रहा है लेकिन इनको जनक्रांति लाने का श्रेय स्वामी रामदेव जी महाराज को ही जाता है। योग करने से मनुष्य स्वस्थ, समृद्ध, शिक्षित व संस्कारवान होकर अपने समाज व राष्ट्र का नाम ऊंचा करता है। योग करने वाला व्यक्ति कभी दुराचारी व्यभिचारी नहीं हो सकता है।


योग हमें निरोगी काया के साथ-साथ जीवन जीने की कला भी सिखाती है

उन्होंने बच्चों से सूर्य नमस्कार के 12 अभ्यास हलासन ,शीर्षासन, पर्वतासन से विभिन्न प्रकार के आसन एवं प्राणायाम का अभ्यास कराया और उनके लाभ के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हमारा शरीर हार्डवेयर है। व्यायाम कर हम स्वस्थ रहते हैं लेकिन प्रणायाम हमारा सॉफ्टवेयर का काम करता है। इसीलिए शारीरिक मानसिक, बौद्धिक, आध्यात्मिक व चारित्रिक विकास के लिए व्यायाम के साथ-साथ प्रणायाम एवं ध्यान भी आवश्यक है जिससे तन-मन व इंद्रियां सभी बस में रहती हैं और बच्चों का बौद्धिक अध्यात्मिक शारीरिक अर्थात सर्वांगीण विकास होता है। उन्होंने अपने दिनचर्या में नियमित योग करने की अपील की। इस मौके पर विद्यालय प्रधान सुधीर कुमार यादव,  रामकृष्ण ठाकुर, प्रमोद कुमार, दिलीप कुमार, शैलेंद्र कुमार, बालकृष्ण मंडल, रानी कुमारी, संजू कुमारी सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थे|

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