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अररिया- टेंडर का समय अवधि समाप्त के बाद भी पुल का शिलान्यास नहीं, लोगों में मायूसी

  • पुल बनने से पांच किलो मीटर दूरी की होगी बचत
  • पूर्व सांसद स्व तस्लीमउद्दीन साहब के सपने को पूरा करेंगे उनके पुत्र विधायक शाहनवाज आलम, भोजा बांध धार और घाघी घाट बकरा नदी पर पुल निर्माण कार्य को करेंगे पूरा

अररिया।  जिले के जोकीहाट प्रखंड क्षेत्र के गैरकी मसूरिया पंचायत अंतर्गत बकरा नदी भोजाबांध पर पुल निर्माण कार्य मे ग्रहण लगा हुआ है। जिससे इलाके के लोगो को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वर्ष 2020 में टेंडर हुआ था, संवेदक द्वारा पुल निर्माण के लिए मटेरियल आदि साइट पर गिराया गया था लेकिन पुल निर्माण कार्य का समय समाप्त होने के बाद भी पुल का शिलान्यास नहीं हो पाया। जिस से लोगो में मायूसी छाई हुई है। पुल निर्माण स्थल पर योजना का बोर्ड आदि लगा हुआ है।

योजना का नाम एलओ 46 बैरगाछी से सतबीटा पथ में आरसीसी पुल निर्माण कार्य की लंबाई 155.04 मीटर पैकेट नo बीआर01आर- 278, प्रशासनिक स्वीकृति प्राक्कलन राशि 5,50,07,628.00, 5 वर्ष सामान्य अनुरक्षण की लागत राशि 8,35,463, योजना के शीलापट्ट पर अंकित है। पुल कार्य आरम्भ की तिथि0 01 जून 2020 कार्य पूर्ण की तिथि 05 जनवरी 2021 लिखा है। पुल निर्माण कार्य का समय समाप्ति के बाद भी पुल निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।

पुल निर्माण का टेंडर संवेदक हक कंस्ट्रक्शन को दिया गया था। संवेदक द्वारा साइट पर कुछ मैटेरियल्स गिराए भी गए थे। वही वार्ड सदस्य आजम मोहतशिम, मो नईम  तौहीद, पंसस महमूद आलम, हाजी अनवारुल हक, हाजी कलीम, मौलाना सिद्दीक, मौलाना इमरान, महमूद आलम सहित ग्रामीणों ने बताया कि इस पुल के बन जाने से रोजगार के स्रोत बढ़ेंगे। किसानों को सहूलियत होगी ।

यह ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित परियोजना है, जिस पर ग्रहण लगा हुआ है। वहीं मुखिया शाहजहां नूर ने बताया कि पुल बनने से इलाके की समस्या समाप्त हो जाएगी। जिला मुख्यालय जाने के लिए पांच किलोमीटर की दूरी कम होगी। यह मार्ग बैरगाछी होते हुए पनार पूल अररिया को जोड़ती है। बकरा नदी में वर्तमान में नाव से नदी पार करना पड़ता हैं। पुल संबंधित स्थानीय विधायक शाहनवाज आलम से पूछने पर उन्होंने बताया कि पुराने टेंडर में कुछ त्रुटियां थी। कम पाए के पुल की स्वीकृति पहले मिली थी, लेकिन कार्य शुरू नहीं हो पाया था। अब नए सिरे से उक्त पुल का टेंडर हो चुका है। इसी महीने में पुल का शिलान्यास हो जाएगा। उन्होनें बताया कि पिताजी स्व तस्लीमउद्दीन साहब का सपना था कि भोजा बांध धार और घाघी घाट बकरा नदी में पुल निर्माण कार्य के सपना को मैं पूरा करूंगा।

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