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Supaul- परमानंदपुर पंचायत में नल-जल चालू नहीं होने व ऑपरेटरों को पैसा नहीं मिलने पर लोगों ने जताया आक्रोश

आक्रोशित लोगों ने नल जल योजना को बताया हाथी का दांत

फ़ोटो कैप्शन - विरोध जताते ग्रामीण भूदाता 

उमा शंकर मिश्रा / करजाईन (सुपौल)। 

रविवार को परमानंदपुर पंचायत के वार्ड नंबर 08 में बने नल जल के टंकी के पास लोगों ने खड़े होकर पीएचडी विभाग व संवेदक के विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों व भूमि दाताओं ने विभाग व संवेदक के मनमर्जी रवैये के चलते जम कर बबाल काटा। लोगों ने रोष जताते हुए बताया कि सरकार की इस योजना को विभाग व संवेदक कभी भी धरातल पर पूर्ण रुप से उतरने नहीं देगी, वर्षों बीत गए, मगर इस नल से जल नहीं निकल पाया। सिर्फ हाथी दांत के रुप में विभाग हर वार्ड में पानी की टंकी खड़ी कर दी है। इस योजना से किसी को कोई फायदा नहीं मिल पा रही है। भूमि दाताओं ने अपनी बहुमूल्य भूमि टंकी निर्माण करवाने दी तो इस आस में कि वार्ड में पानी की सप्लाई होने पर सरकार, विभाग व संवेदक की ओर से ऑपरेटिंग करने वाले सदस्य को मासिक भुगतान दिया जाएगा। मगर स्थिति ठीक इसके वितरित साबित हो रही है। भूमि दाताओं की जमीन गई सो अलग, आज तक ऑपरेटरों के खाते में संवेदक द्वारा एक भी रुपया नहीं दिया जा रहा है। जिस कारण भूदाताओं बने ऑपरेटरों को बिना पैसा के काम करने को लेकर भूखे मरने की नौबत सामने आ खड़ी हो गई है। ऑपरेटरों ने बताया कि योजना के शुरुआत में विभाग एवं संवेदक ने आश्वासन दिया कि हर वार्ड के भूदाता ही ऑपरेटिंग करेंगे। इस एवज में उन्हें पांच वर्ष तक संवेदक के माध्यम से प्रति माह पांच हजार रुपया दिया जाएगा। वर्षों बीत जाने के बाद भी उन ऑपरेटरों को राशि नहीं दी गई हैं। विभाग व संवेक के मिली भगत का खेल चल रहा है। जिसके चलते आज तक हर वार्ड में सिपेज को ठीक करवाया गया है। ना ही ऑपरेटरों का भुगतन किया जा रहा है। तंग आकर  ग्रामीण तथा ऑपरेटरों ने विभाग व संवेदक के प्रति विरोध जताया है।

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